भाजपा सांसद पर यौन उत्पीडन का आरोप लगा गिरफ़्तारी की मांग लेकर धरने पर बैठी महिला पहलवानों ने लिखा समर्थन और इन्साफ हेतु मोदी सरकार की मंत्री स्मृति ईरानी को पत्र
आफताब फारुकी
डेस्क: दिल्ली के जंतर मंतर पर धरने पर बैठी महिला पहलवानों ने अब मोदी सरकार में महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में महिला पहलवानों ने मंत्री स्मृति इरानी से इन्साफ की गुहार लगाई है और मदद करने की मांग किया है। पहलवानों ने पत्र में कहा है कि ‘अब हमारे पास महिला पहलवानों की इज़्ज़त के लिए लड़ने को छोड़कर और कोई रास्ता नहीं बचा है। हम स्पोर्ट्स और अपनी जिंदगी छोड़कर अपनी इज़्ज़त के लिए लड़ रहे हैं।‘
महिला पहलवानों ने स्मृति इरानी को लिखे अपने पत्र में कहा है कि ‘भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष ने हम महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न किया है। उनकी लंबी अध्यक्षता में महिला पहलवानों के साथ ये कई बार हुआ है। महिला पहलवानों ने जब आवाज़ उठाने की कोशिश की, तब उनका का करियर ही बर्बाद कर दिया। इंसाफ़ के बारे में तो भूल ही जाइए। अब पानी सिर से ऊपर चढ़ गया है। अब हमारे पास महिला पहलवानों की इज़्ज़त के लिए लड़ने को छोड़कर और कोई रास्ता नहीं बचा है।’
पत्र में लिखा है कि ‘हम स्पोर्ट्स और अपनी जिंदगी छोड़कर अपनी इज़्ज़त के लिए लड़ रहे हैं। हम पिछले 20 दिन से जंतर मंतर पर अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं। हमने देखा कि उस आदमी की पावर ने प्रशासन की कमर तोड़ दी। साथ ही इसने हमारी सरकार को अंधा-बहरा बना दिया। आप महिला सांसद हैं, और वो भी सत्तारुढ़ पार्टी की। हमे आपसे बहुत उम्मीद है। हम आपसे मदद मांग रहे हैं। कृपया हमारे न्याय की लड़ाई में हमारी आवाज़ बनें और हमारी इज़्ज़त बचाएं। हम उम्मीद करते हैं आप थोड़ा वक्त निकालकर जंतर मंतर आएंगी और हमें आगे का रास्ता दिखाएंगी।’
इस चिट्ठी पर विनेश और साक्षी ने साइन किया है। महिला पहलवानों ने यही चिट्ठी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन को भी भेजा है। बता दें, कुछ दिनों पहले पहलवानों ने भारत सरकार द्वारा गठित की गई कमिटी पर सवाल खड़े किए थे। पहलवानों ने कहा था कि ओवरसाइट कमिटी बृजभूषण शरण सिंह को बचा रही है। साथ ही कमिटी पर सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने का भी आरोप लगाया गया था।