जालौन पुलिस मुठभेड़ में सिपाही भेद्जीत सिंह की हत्या करने वाले दोनों बदमाश उमेश ‘कल्लू’ और रमेश ढेर,बुलेट प्रूफ जैकेट ने बचाया एसओजी प्रभारी और सर्विसलांस प्रभारी की जान
आदिल अहमद
कानपुर: 10 मई की रात सिपाही भेदजीत सिंह की हत्या के दोनों आरोपी उमेश ‘कल्लू’ और रमेश पुलिस मुठभेड़ में आज रविवार को दोपहर ढेर हो गये है। बताते चले कि दोनों ने सिपाही भेदजीत सिंह की आन ड्यूटी हत्या कर दी थी। भेदजीत ने ड्यूटी के दौरान इन दोनों बदमाशों को रोकने का प्रयास किया था, लेकिन दोनों ने भेदजीत पर फायरिंग कर दी थी। हालांकि, सिपाही भेदजीत सिंह इस फायरिंग से बच भी गए थे लेकिन इसके बाद बदमाशों ने उन्हें नुकीली चीज से मार दिया था।
मुठभेड़ के बाद तलाशी के दरमियान मारे गए दोनों अपराधियों के कब्जे से एक अवैध पिस्टल, अवैध देसी तमंचा और खोका-कारतूस आदि बरामद हुआ है। मुठभेड़ में मारे गए दोनों अपराधी उमेश ‘कल्लू’ जालौन के ग्राम राहिया का रहने वाला था। जबकि रमेश जालौन के ग्राम सरसोखी का रहने वाला था। यह मुठभेड़ आज दोपहर में फक्ट्री एरिया में हुई है। पुलिस की जवाबी फायरिंग में दोनों बदमाश गम्भीर रूप से घायल हो गए थे जिन्हें अस्पताल पहुचाया गया। अस्पताल में जाँच के उपरांत चिकित्सको ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
मुठभेड़ में जालौन पुलिस के एसओजी/सर्विलांस टीम सहित थाना कोतवाली उरई और थाना आटा पुलिस की संयुक्त टीम शामिल थी। मुठभेड़ के सम्बन्ध में मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को सुचना मिली थी कि सिपाही भेदजीत सिंह की हत्या करने वाले दोनों अपराधी आज दोपहर फैक्ट्री एरिया में आने वाले है। जानकारी हासिल होने पर पुलिस ने इलाके की घेरेबंदी कर दोनों अपराधियों को रुकने के लिए इशारा किया मगर दोनों ने पुलिस पर फायरिंग कर दिया।
बदमाशो के द्वारा हुई फायरिंग में जालौन के एसओजी प्रभारी और सर्विलांस प्रभारी को गोली लगी। लेकिन, बुलेट प्रूफ जैकेट पहनने की वजह से दोनों पुलिस अधिकारी बच गए। पुलिस ने बदमाशो के गोली का जवाब जब गोली से दिया तो दोनों बदमाश गम्भीर रूप से घायल हो गये। जिन्हें अस्पताल ले जाने पर चिकित्सको ने मृत घोषित कर दिया।