लोहता मदरसा फैजुलउलूम हंगामा प्रकरण: आखिर किसने बुलाई थी ये बैठक, पढ़े क्षेत्र के सम्मानित नागरिको का इस सम्बन्ध में कथन
ईदुल अमीन
वाराणसी: लोहता के अलावल स्थित मदरसे में आज मंगलवार की सुबह सुबह छात्रो ने जमकर हंगामा किया। छात्रो का कहना था कि मदरसे की एक बैठक होनी थी आज जिसके लिए हम सभी अपनी शिकायते रखने के लिए आये थे। बैठक से सम्बन्धित कुछ पर्चे चाय पान की दुकानों के बाहर भी चिपके हुवे थे। ख़ुफ़िया तंत्र और पुलिस ने लाख प्रयास किया कि बैठक किसने आहूत किया है उसका पता चल सके। मगर नतीजा सिफर रहा।
इस दरमियान आज मंगलवार की सुबह मदरसे के बाहर छात्रो ने हंगामा कर दिया। उनका कहना था कि आज होने वाली बैठक में मदरसे से जुडी समस्याओं और अवैध वसूली के सम्बन्ध में अपनी बात रखने हम लोग आये थे। मगर सपा पार्षद पति हिस्ट्रीशीटर शमीम नोमानी ने कहा कि मीटिंग नही होगी। हंगामे की सुचना पर पहुची लोहता पुलिस ने छात्रो और अभिभावकों को समझा कर मौके से हटा दिया। पुलिस इसकी जाँच कर रही है कि आखिर मीटिंग किसने बुलाया था। मगर निष्कर्ष नही निकल सका है अभी तक।
इसी दरमियान आज अलावल के एक सोशल मीडिया ग्रुप जिसमे शमीम नोमानी भी है में इस मुद्दे को स्थानीय सम्मानित नागरिको के द्वारा उठाया गया कि आखिर मीटिंग किसने रखा था। जिसके ऊपर शमीम नोमानी से साफ़ साफ कहा कि मैंने नही रखा था। वैसे छात्रो का दावा है कि मीटिंग शमीम नोमानी ने बुलाया था उनके ही कहने पर आज हम सब आये थे। मगर शमीम नोमानी इस बात को मानने के लिए तैयार ही नही कि मीटिंग उन्होंने बुलाया। उनके इस इंकार पर शमीम नोमानी के जवाब पर एक स्थानीय संभ्रांत नागरिक ने दावा किया है कि उनसे 10 से अधिक छात्रो ने आकर कहा कि मीटिंग शमीम नोमानी ने रखा है।
इस दावे के साथ उक्त सम्मानित नागरिक ने यह भी कहा कि जब कोई कहेगा उन बच्चो को लाकर सामने खड़ा कर दूंगा जो इस बात को कहेगे कि मीटिंग शमीम नोमानी ने बुलाया है। इस दावे के बाद पोस्ट पर शमीम नोमानी का कोई बयान तो नही आया मगर देख कर तो अहसास होता है कि दावा काफी मजबूत है। अगर ऐसा है तो भीड़ जुटाने के पुराने शौक़ीन रहे शमीम नोमानी एक बार फिर लोहता पुलिस को सरदर्द देने वाले थे। मगर पुलिस के सुझबुझ से यह बच गया। फिलहाल पुलिस की तफ्तीश जारी है। उस दावे को पोस्ट करने वाले सम्मानित नागरिक की गोपनीयता बरक़रार रखने के लिए मोबाइल नंबर के कुछ आंख छिपा दिया गया है।