पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव: जारी है भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतगणना, हिंसा के बीच हुवे चुनाव के नतीजो में टीएमसी आगे
West Bengal Panchayat Elections: Counting continues amid heavy security arrangements, TMC ahead in election results amid violence
शाहीन बनारसी
डेस्क: पश्चिम बंगाल में शनिवार को भारी हिंसा और आगजनी के बीच हुए मतदान के बावजूद इसके नतीजे सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के पक्ष में जाते नज़र आ रहे हैं। अब तक घोषित नतीज़ों में उसने विपक्षी दलों को काफी पीछे छोड़ दिया है। समाचार प्रकाशित किये जाने तक मिली चुनाव आयोग से मिले आँकड़ों से जानकारी के मुताबिक़, पार्टी ने राज्य की त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था में जिला परिषद की 928 में से 16 सीटें जीत ली हैं। बाकी दलों का खाता भी नहीं खुल सका है।
तृणमूल कांग्रेस ने इसी तरह पंचायत समिति की 9,370 में से 981 सीटें जीत ली हैं। अन्य को 10 सीटें मिली हैं। इसमें निर्दलीय और दूसरे छोटे दलों के उम्मीदवार भी शामिल हैं। तृणमूल कांग्रेस को सबसे अधिक कामयाबी ग्राम पंचायत के लिए हुए चुनाव में मिली है। इसकी 63,229 सीटों में से तृणमूल कांग्रेस ने अब तक 12,080 सीटें जीत ली हैं। वहीं ग्राम पंचायत चुनाव में भाजपा को 712, सीपीएम को 457 और कांग्रेस को 236 सीटें जबकि 249 सीटें अन्य को मिली हैं।
प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष के गृह क्षेत्र झाड़ग्राम के गोपी बल्लभपुर गांव में बने मतदान केंद्र में भी तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार की जीत हुई है। घोष यहीं मतदान करते रहे हैं, लेकिन भाजपा इस बार वहां अपना उम्मीदवार खड़ा नहीं कर सकी थी। मंगलवार को बेहद कड़ी सुरक्षा के बीच राज्य के 329 केंद्रों में सुबह आठ बजे वोटों की गिनती शुरू हुई। हर केंद्र पर केंद्रीय बलों की एक-एक कंपनियों के अलावा राज्य पुलिस के जवान भी तैनात किए गए हैं। हुगली जिले के 18 मतगणना केंद्रों के सामने तो बंकर बना कर केंद्रीय बलों के जवान पहरा दे रहे हैं। मतगणना के दौरान भी राज्य के विभिन्न इलाकों से हिंसा की छिटपुट ख़बरें आ रही हैं। इनमें कई लोग घायल हुए हैं।
नदिया ज़िले में तेहट्टा के तृणमूल कांग्रेस विधायक तापस साहा भी लाठीचार्ज के दौरान घायल हो गए। आज सुबह उत्तर 24-परगना ज़िले में सीपीएम के दो उम्मीदवारों के अपहरण का आरोप सामने आया था। लेकिन कुछ देर बाद दोनों घर लौट आए। कुछ जगह तृणमूल कांग्रेस समर्थकों की भाजपा और सीपीआई समर्थकों के साथ हाथापाई की भी ख़बरें आई हैं। उत्तर 24-परगना ज़िले के बारासात में उत्तेजित भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बल के जवानों को लाठीचार्ज करना पड़ा। मुर्शिदाबाद इलाके में एकाध जगह मतगणना केंद्र से कुछ दूरी पर देसी बम भी फोड़े गए। लेकिन इससे कोई नुकसान नहीं हुआ।