देखे वायरल वीडियो: मुज़फ्फरनगर में नफरत की हुई इन्तेहा, महिला शिक्षिका द्वारा मुस्लिम छात्र को अन्य छात्रो से थप्पड़ मरवाने का वीडियो वायरल हुआ, पुलिस ने शुरू किया जाँच
तारिक़ आज़मी
डेस्क: उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर का एक वीडियो सामने आया है जिसमे एक महिला शिक्षिका कक्षा के एक मुस्लिम बच्चे को खड़ा करके अन्य बच्चो से थप्पड़ मरवा रही है। घटना के सम्बन्ध में मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित बच्चे के पिता ने अपने बच्चे का नाम स्कूल से कटवा लिया है और लिखित रूप में दिया है कि वह कोई कार्यवाही नही चाहते है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इस घटना की निंदा हो रही है।
अब इस अमानवीय घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने संज्ञान लेकर मंसूरपुर थाना प्रभारी को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। वायरल होते वीडियो में दिखाई दे रहा है कि महिला टीचर किसी शख्स से बातचीत कर रही है। इस बीच उसके सामने एक बच्चा खड़ा है। जिसे दूसरे बच्चे ने थप्पड़ लगाए। पीड़ित बच्चा रो रहा है। टीचर कहती है कि ये क्या तुम मार रहे हो। इसके।। जोर से मारो ना… चलो और किसका नंबर है। मैंने घोषणा कर दी है कि जितने भी मोहम्डन बच्चे हैं…। अभी यह मालूम नहीं चला है कि वीडियो किसने शूट किया है।
यह वीडिओ उत्तर प्रदेश का है। टीचर एक मुसलमान बच्चे को क्लास के बाक़ी बच्चों से पिटवा रही है और इस पर फ़क़्र भी कर रही है।बच्चे के पिता ने उसे स्कूल से निकाल दिया और लिखित में दे दिया की वो कोई कारवाही नहीं करवायेंगे।pic.twitter.com/kKMkGPXl7x
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 25, 2023
सोशल मीडिया पर बताया जाता है कि महिला शिक्षिका का नाम तृप्ति त्यागी है। घटना खुब्बापुर गांव स्थित एक पब्लिक स्कूल की बताई जाती है। पीड़ित बच्चे के पिता इरशाद ने कहा कि मैडम ने बच्चों के बीच विवाद कराया था। हमने समझौता कर लिया है। हम कोई शिकायत दर्ज नहीं कराना चाहते हैं। मैंने अपने बच्चे को स्कूल से निकाल लिया है। मामले में एएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने घटनाक्रम का वीडियो पोस्ट किया है। उन्होंने आरोपी टीचर पर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही बाल आयोग और मानवाधिकार आयोग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं।
महिला शिक्षिका का नाम सोशल मीडिया पर तृप्ता त्यागी बताया जा रहा है। हम वैसे इस नाम की पुष्टि नही करते है। फिर भी सवाल एक ही लोगो का है, जिसका जवाब हमारे पास तो कम से कम है ही। सवाल लोगो का है कि ऐसी महिला शिक्षिकाओं को इतनी हिम्मत कहा से मिलती है जो इतनी नफरत फैला रही है? इसका बड़ा ही आसान जवाब है कि भाई दिन भर आपका भोपू मीडिया जिसको आप पसंद करते हो वह एंटी मुस्लिम खबरे ही तो आपको दिखा रहा है। हाथो में तलवार लेकर एंकरिंग करने वाले एंकर ने तो मुस्लिम समुदाय का नाम ही ‘जेहादी’ रखा हुआ है। फिर आप कैसे अमन की उम्मीद कर सकते है।
शिक्षण संस्थानों में नफ़रत का ये पनपता बीज!
“मैंने तो डिक्लेयर कर दिया है जितने भी मुस्लिम बच्चे है सबकों (मेरे यहाँ) भेज दो.. अरे इसे ज़ोर से क्यो नहीं मारते(मुस्लिम बच्चा है,ना)..”
-मुज़फ्फरनगर का खुब्बापुर गांव,नेहा पब्लिक स्कूल की टीचर तृप्ता त्यागी
हिंदू बच्चों से एक… pic.twitter.com/TgSMLYRe49
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) August 25, 2023
राहत इन्दौरी साहब का शेर बहुत खुबसूरत है कि ‘लगेगी आग तो आयेगे कई घर ज़द में, इस गली में हमारा ही मकान थोड़ी है।’ अब बात अगर पीड़ित बच्चे के पिता इरशाद की करे तो बेशक उसका फैसला आज के हालात के मद्देनज़र एकदम ठीक है। वह कार्यवाही की मांग करता तो मालूम नही कब कौन खुद को किसी संगठन से जुडा हुआ बता कर उसके बच्चे की सभी गलतियां निकालता। धरना प्रदर्शन करता। यह बिलकुल संभव है क्योकि जब बलात्कार आरोपियों के समर्थन में तिरंगा यात्रा लोग निकाल सकते है तो ये कौन सी बड़ी बात होती।
बेशक हमारी बाते आपको निराशा वाली लगे। मगर हकीकत इससे जुदा नही है। दिन भर हिन्दू मुस्लिम मैसेज व्हाट्सएप युनिवेर्सिटी पर भेजने वाले समाज से आप इससे अधिक उम्मीद ही क्या कर सकते है। एक सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हुआ कि ऐसा हुआ, मगर काफी ऐसी घटनाए है जो प्रकाश में ही नही आती है। ऐसी नफरतो एक खेती हुई है तो फिर फसल तो उगना ही है। अभी एक समुदाय के खिलाफ है तो आने वाले वक्त में समाज के अन्य लोग भी शिकार होंगे। तो आप लगे रहे और ऐसे नफरती कीटाणुओ को देखते रहे।