एग्जिट पोल बता रहे है कि मध्य प्रदेश में भाजपा प्रचंड बहुमत से सरकार बना रही है, चाणक्य का दावा भाजपा को मिलेगी 150 से अधिक सीट
तारिक़ खान
डेस्क: पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में मतदान अब खत्म हो चूका है। हर एक चैनल अपने अपने एग्जिट पोल ज़ाहिर कर रहा है। मतगणना से पहले एग्जिट पोल के नतीजे आ गए हैं ये भले आपके लिए रोचक बात हो, मगर अक्सर एग्जिट पोल औंधे मुह गिरते है तो फिर एग्जिट पोल में दावा करने वाले खामोश हो जाते है। मगर आपकी रूचि रहती है तो एग्जिट पोल के नतीजे हम भी आपको बता देते है।
मध्य प्रदेश में एग्जिट पोल भाजपा को प्रचंड बहुमत देता दिखाई दे रहा है। इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में बीजेपी को बड़ी जीत मिलती दिख रही है। 30 नवंबर को जारी हुए एग्जिट पोल के आंकड़ों के मुताबिक मध्यप्रदेश में बीजेपी को 140 से 162 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं कांग्रेस 68 से 90 सीटें जीत सकती है। अन्य के खाते में 0-3 सीटें आ सकती हैं। न्यूज़ 24 और टुडे चाणक्य ने अपने एग्जिट पोल में भाजपा को प्रचंड बहुमत का इशारा करते हुवे 150 से अधिक सीट जीतने का दावा किया है।
वैसे मध्य प्रदेश में दैनिक भास्कर, जिस्ट और जन की बात मामूली बढ़त कांग्रेस की दिखा रहा है। मगर मतों के प्रतिशत के अनुसार वह भाजपा को 43 फीसद के करीब मत और कांग्रेस को 40 फीसद के करीब मत देता दिखाई दे रहा है। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए 17 नवंबर को वोटिंग हुई। उसके बाद से ही लोग एग्जिट पोल के नतीजों का इंतज़ार रहे हैं। 230 सीटों पर इस बार 77.15 फीसदी मतदान हुआ है। 2018 में ये आंकड़ा 75.63 फीसदी था। बता दें, पिछले चुनावों में राज्य में कांग्रेस की जीत हुई थी।
हालांकि 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़कर BJP में शामिल हो गए और कमलनाथ की सरकार गिर गई। तब BJP के शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बने। उससे पहले और 2003 के बाद से प्रदेश में BJP की ही जीत हुई है। 2018 में बीजेपी को 41.02 फीसदी वोट, कांग्रेस को 40।89 फीसदी और बहुजन समाज पार्टी (BSP) और अन्य पार्टियों को 10.83 फीसदी वोट मिले थे। कांग्रेस से अधिक वोट शेयर पाने के बाद भी बीजेपी ने 2018 में 109 सीटें जीती थीं। जबकि सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को 114 सीटें मिली थीं। बसपा को 2, समाजवादी पार्टी को 1 और निर्दलीय के खाते में 4 सीटें आई थीं। तब कांग्रेस ने कमलनाथ के नेतृत्व में बसपा, सपा और निर्दलीयों की मदद से सरकार बनाई थी। बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद कांग्रेस सरकार गिर गई थी।