ईरान ने कहा ‘पश्चिमी देशो को इजराइल के सम्बन्ध में हमारे संयम की सराहना करना चाहिए, ईरान के ख़िलाफ़ आरोप लगाने की बजाए पश्चिमी देशों को खुद को ज़िम्मेदार ठहराना चाहिए’
तारिक़ खान
डेस्क: इसराइल और ईरान के बीच लगातार तनाव की स्थिति बनी हुई है। दमिश्क स्थित ईरानी वाणिज्य दूतावास पर एक अप्रैल को हमला हुआ था। इसमें ईरान के दो वरिष्ठ सैन्य कमांडरों की मौत हो गई थी। ईरान ने इस हमले के लिए इसराइल को जिम्मेदार ठहराया है। इसराइल ने हालांकि इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली। जिसके बाद ईरान ने शनिवार देर रात इसराइल पर 200 से ज्यादा मिसाइल और ड्रोन दागे। ईरान ने वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले की जवाबी कार्रवाई बताया।
ईरान ने कहा है कि इसराइल के प्रति संयम रखने के लिए पश्चिमी देशों को ईरान की सराहना करनी चाहिए। ईरान के अधिकारियों ने यह बात एक अप्रैल को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्यिक दूतावास पर हुए जानलेवा हमले के संदर्भ में कही। इसमें कुल 13 लोगों की मौत हुई थी जिसमें रिवॉल्यूशनरी गार्ड के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रेज़ा ज़ाहेदी की मौत हुई और उनके डिप्टी भी मारे गए।
ईरान ने शनिवार देर रात इसराइल की ओर करीब 300 ड्रोन और मिसाइल दागे। इसराइल ने हालांकि ईरान की ओर से दागे गए लगभग 99 फ़ीसदी ड्रोन और मिसाइल मार गिराने का दावा किया है। ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने कहा, ‘ईरान के ख़िलाफ़ आरोप लगाने की बजाए पश्चिमी देशों को खुद को ज़िम्मेदार ठहराना चाहिए। उन्होंने ग़ज़ा में इसराइल की ओर से छेड़े गए युद्ध और अपराधों पर क्या एक्शन लिया है इसका जवाब देना चाहिए।’
कनानी ने कहा, ‘बीते महीनों में ईरान ने जो संयम दिखाया है उसकी पश्चिमी देशों को तारीफ करनी चाहिए।’ वहीं ईरान के करीब माने जाने वाले चीन और रूस ने दोनों ही देशों (ईरान और इसराइल) से संयम बरतने की अपील की है। हालांकि रूस ने ईरान के हमले की आलोचना नहीं की है। वहीं चीन के विदेश मंत्रालय ने शांति बनाए रखने की अपील की है।