हाथ जोड़ कर रहम की भीख मांग ख़ुदकुशी करने वाले युपी पुलिस के सिपाही की मौत के कसूरवार चढ़े पुलिस के हत्थे, ब्लैकमेलर युवती, उसकी सहेली और मास्टरमाइंड युवती के चचेरे भाई को पुलिस ने किया गिरफ्तार
आफताब फारुकी
डेस्क: हाथ जोड़कर रहम की भीख मांगता हुआ वीडियो बना कर ब्लैकमेलिंग के शिकार एक सिपाही ने ख़ुदकुशी कर लिया था। सिपाही का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। बाद में उस सिपाही को ब्लैकमेल करने वाली लड़कियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन अब पुलिस इस केस के उस मास्टरमाइंड को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल किया है, जिसकी शह पर लड़कियों ने सिपाही से उगाही करके उसे मौत को गले लगाने को मजबूर कर दिया था।
पुलिस की तफ्तीश का खुलासा ये है कि सिपाही पम्मी बुलंदशहर के गांव औरंगाबाद में अपने परिवार के साथ रहता था। वो शादीशुदा भी था। साल 2018 में यूपी पुलिस में वो बतौर सिपाही भर्ती हुआ था। 2022 में उसकी मुलाकात उसके ही गांव में रहने वाली प्राची से हुई। दोनों की मेल मुलाकात इश्क में बदल गई। शुरू शुरू में दोनों का वक्त अच्छा बीत रहा था। लेकिन अचानक प्राची के लक्षण बदल गए और वो फरमाइश पर फरमाइश करने लगी। क्योंकि अब प्राची अपने रिश्ते के चचेरे भाई अमित और अपनी दोस्त सोनिया के इशारे पर काम करने लगी थी।
प्राची समझ चुकी थी कि पम्मी को अब इस बात से प्रताड़ित किया जा सकता है, कि उसके रिलेशनशिप की बात उसके घर तक न पहुँचे। पम्मी इस बात को लेकर पहले से ही डरा हुआ था। खुलासा ये हुआ है कि पम्मी प्राची को करीब 6 लाख रुपए दे चुका था। यहां तक कि पम्मी ने घर के जेवर बेच कर आरोपियों की डिमांड पूरी की। प्राची की लगातार डिमांड से परेशान होकर पम्मी ने एक बार जहर खाकर जान देने की भी कोशिश की थी। मगर किस्मत से वो उस हादसे से बच गया था। खुदकुशी के वक्त पम्मी की ड्यूटी गाजियाबाद के मुरादनगर नगर पालिका परिषद के गार्ड रूम में थी। बीती 16 जुलाई को उसने खुदकुशी कर ली। इससे पहले उसने एक वीडियो बनाया, जिसमें उसने अपनी मौत के लिए तीनों को जिम्मेदार ठहराया।
गाजियाबाद पुलिस का खुलासा है कि मुरादनगर नगर पालिका परिषद में EVM मशीन की सुरक्षा में तैनात सिपाही पम्मी की आत्महत्या वाले मामले में एक मास्टरमाइंड भी था जिसे अब पुलिस ने गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। खुलासा है कि अमित नाम का आरोपी उन दो लड़कियों के साथ मिलकर कांस्टेबल को ब्लैकमेल कर रहा था और लड़कियों की आड़ में उससे पैसे वसूल कर रहा था। दरअसल अमित के ही कहने पर प्राची कांस्टेबल से रुपए ऐंठती थी। ये भी खुलासा हुआ है कि प्राची और कांस्टेबल पम्मी काफी लंबे समय से रिलेशनशिप में थे।
पम्मी को इस बात का डर सताने लगा था कि प्राची कहीं उसके खिलाफ रेप का मुकदमा न दर्ज करा दे। इसके अलावा सिपाही पम्मी को इस बात का भी डर सता रहा था कि कहीं ये बात उसके घरवालों को न पता चल जाए। अपने इसी डर की वजह से पम्मी प्राची को उसकी डिमांड के मुताबिक लाखों रुपए दे चुका था। मगर प्राची की डिमांड बढ़ती ही जा रही थी। पुलिस की तफ्तीश का खुलासा है कि अमित ही प्राची को पम्मी से और रूपये को मांगने के लिए दबाव डालता था। प्राची की डिमांड के लगातार बढ़ने की वजह से पम्मी इस कदर परेशान हुा कि उसने एक रोज ड्यूटी के वक्त अपनी ही राइफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।
पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद आरोपी अमित ने पूछताछ के दौरान बताया कि प्राची उसकी चचेरी बहन है। प्राची ने ही अमित को बताया था कि पिछले 3 साल से वह पम्मी के साथ रिलेशनशिप में थी। अमित के कहे मुताबिक इस बात की जानकारी उसके अलावा प्राची की दोस्त सोनिया तेवतिया उर्फ गुड्द्धन को भी थी। तब हम तीनों ने यानी मैं, प्राची व सोनिया तेवतिया उर्फ गुड्द्धन ने मिलकर पम्मी से पैसे वसूलने की प्लानिंग की। प्राची हम लोगों के कहने पर पम्मी से रुपये मांगती थी।
अपने राज को छुपाए रखने के लिए पम्मी लगातार प्राची की फरमाइश पर उसे पैसे दिया करता था। इस चक्कर में पम्मी प्राची को छोटी छोटी किश्तों में कई लाख रुपये दे चुका था। प्राची को रुपये देते देते पम्मी कई लाख रुपये के कर्जे में डूब गया था। लिहाजा उसने प्राची को उसकी डिमांड के मुताबिक पैसे देने से इनकार करना शुरू कर दिया। ये बात प्राची ने अमित और गुड्डन को बताई। तब तीनों ने साजिश के तहत प्राची के जरिए ये बात पम्मी तक पहुँचाई कि अगर उसने रुपये देने से इनकार किया तो वो उसे बलात्कार के मुकदमें में फंसा देगी।