आंध्र प्रदेश: फार्मा फैक्टी में विस्फोट में मृतकों की संख्या बढ़कर हुई 16, कई घायल, बढ़ सकती है मृतकों की संख्या, जारी है रेस्क्यू आपरेशन
ईदुल अमीन
डेस्क: आंध्र प्रदेश के अनाकापल्ली ज़िले में एसईज़ेड इलाके में एस्सेन्टिया एडवांस्ड साइंस प्राइवेट लिमिटेड में बुधवार को रिएक्टर में विस्फ़ोट की वजह से इमारत का एक हिस्सा ढह गया। आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने अपने शोक संदेश में बताया है कि इस धमाके में मरने वालों की संख्या 16 हो गई है।
ये मामला अच्युतापुरम स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन (SEZ) की एक फार्मा कंपनी का है। दोपहर में ख़ाने के समय एक ज़ोरदार धमाका हुआ और चारों ओर घना धुआं फैल गया। इससे पहले अनाकापल्ली की ज़िला कलेक्टर विजया कृष्णन ने मीडिया से बातचीत में 15 लोगों के मरने की पुष्टि की थी। इस हादसे में बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं।
हादसा जितना बड़ा है, उसे देखते हुए मरने वालों की संख्या बढ़ने की भी आशंका जताई गई है। घायलों को इलाज के लिए पास के निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि ये विस्फ़ोट रिएक्टर में हुआ, जिससे इमारत की एक मंज़िल ढह गई। इसलिए मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने अनाकापल्ली ज़िले की कलेक्टर से फ़ोन पर बात की। सीएम ने घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराने का निर्देश भी दिया।
चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि अगर ज़रूरत पड़ी तो घायलों को निकालने के लिए एयर एंबुलेंस का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। सीएम ने राज्य के स्वास्थ्य सचिव को अच्युतापुरम जाने का आदेश दिया है। सीएम खुद भी गुरुवार को दुर्घटनास्थल पर पहुंचेंगे। अनाकापल्ली ज़िले में तकरीब 10 हज़ार एकड़ में विशेष आर्थिक क्षेत्र फैला हुआ है। इसमें से तीन हज़ार एकड़ फार्मा फैक्ट्रियों के लिए हैं। इस इलाक़े को अच्युतापुरम फार्मा एसईजेड कहा जाता है। यहां मौजूद फैक्ट्रियों में केमिकल यानी रसायनों का निर्माण और भंडारण किया जाता है। अक्सर यहां आग लगने की दुर्घटनाएं होती रहती हैं।
एनडीआरएफ़ की टीमें भी दुर्घटनास्थल पर पहुंची। अनाकापल्ली ज़िले में स्थित एसईज़ेड में ज़्यादातर फार्मा कंपनियां हैं। इस एसईज़ेड क्षेत्र में कुल 208 कंपनियां हैं। लेकिन इतनी सारी कंपनियों के बावजूद यहां सिर्फ़ एक दमकल गाड़ी है। इसी वजह से आसपास के फ़ायर स्टेशनों से आग बुझाने के लिए दमकल की गाड़ियां बुलाई गईं। पिछले साल यहां की कंपनी साहित्य सॉल्वेंट्स में चार लोगों की मौत हो गई थी।