तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलाये जाने के आरोपों पर छिड़े विवाद में अमूल ने कहा ‘हमारी कम्पनी ने मंदिर का काम देखने वाली संस्था टीटीडी को कभी भी घी सप्लाई नही किया’
ईदुल अमीन
डेस्क: तिरुपति मंदिर में प्रसाद के रूप में मिलने वाले लड्डू में जानवरों की चर्बी मिलने के दावे के बाद उठे विवाद में अब दूध और घी बनाने वाली कंपनी अमूल ने बयान जारी किया है। इसी सप्ताह आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया था कि तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलने वाले लड्डू में जानवरों की चर्बी मिली हुई है।
इसके बाद कई लोगों ने सोशल मीडिया पर ये दावा किया कि मंदिर का प्रसाद अमूल के घी से बना हुआ है। अमूल ने शनिवार को एक बयान जारी कर रहा कि कंपनी ने मंदिर का काम देखने वाली संस्था, टीटीडी को अमूल घी की आपूर्ति नहीं की है। कंपनी ने बयान जारी करके कहा कि कई सोशल मीडिया पोस्ट में ये दावा किया जा रहा है कि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) को अमूल का घी आपूर्ति किया गया है। हम बताना चाहते हैं कि हमने कभी अमूल का घी टीटीडी को आपूर्ति नहीं की है।
अमूल कंपनी ने कहा कि साथ ही हम ये भी स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि अमूल का घी, दूध से बनता है। कंपनी ने कहा, ‘अमूल घी 50 साल से अधिक समय से भारत का सबसे भरोसेमंद घी ब्रांड है और भारतीय घरों का अभिन्न अंग बना हुआ है।’