गृहमंत्री अमित शाह के ‘आतंकवाद’ वाले बयान पर बोले उमर अब्दुल्लाह ‘आतंकवाद के खिलाफ अगर किसी तंजीम ने कुर्बानियां दी है तो वह नेशनल कांफ्रेस ने दी है’
मो0 कुमेल
डेस्क: जम्मू कश्मीर में चुनाव का एलान होते ही राजनीतिक पारा बढ़ा हुआ है। कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ़्रेंस पर बीजेपी जमकर ज़ुबानी हमले कर रही है। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गृह मंत्री अमित शाह के एक बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है, ‘आतंकवाद के ख़िलाफ़ अगर किसी एक तंज़ीम (संगठन) ने कुर्बानियां दी हैं तो वो नेशनल कॉन्फ्रेंस ने दी हैं।’
उन्होंने कहा है, ‘मुझे अफसोस होता है जब गृह मंत्री इस तरह की बातें करते हैं। सियासी मतभेद हो सकते हैं लेकिन हकीकत को इस तरह से तोड़-मरोड़कर पेश करना ये ग़लत बात है।’ अमित शाह ने जम्मू में एक रैली में कहा था कि ‘नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस की गठबंधन की सरकार आती है तो पीछे-पीछे आतंकवाद भी आएगा।’
अब उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि ‘जहां मैं खड़ा हूं जिस उम्मीदवार के लिए आज मैं वोट मांग रहा हूं क्या उस घर की कुर्बानियां मुझे गृह मंत्री को दोबारा याद दिलानी होंगी। कितने हज़ार नेशनल कॉन्फ़्रेंस के कार्यकर्ता, हमारे वरिष्ठ साथी, मंत्री, विधायक और एमएलसी कुर्बान हुए हैं क्या मुझे यह गृह मंत्री को याद दिलाना होगा।’
उमर अब्दुल्ला ने कहा है, ‘मुझे मालूम है उन्होंने अपने भाषण में कहा है कि अगर कांग्रेस और नेशनल कॉफ़्रेंस की हुकूमत बनती है तो चरमपंथी घटनाएं बढ़ जाएंगी। वे मेरी हुकूमत के 6 साल देखें, लगातार हर साल आतंकवाद का ग्राफ कम होता गया है। उसके मुकाबले पिछले 5 साल लगातार हर साल आतंकवाद का ग्राफ बढ़ता गया। जम्मू में आतंकवाद को नई शुरुआत मौजूदा हुकूमत ने दी।’