2 बच्चो के बाप संजय ने परवीन खान से खुद को कुंआरा बता कर 3 साल तक किया रेप, परवीन ने जब शादी का दबाव डाला तो संजय ने कबूला अपनी हकीकत, सदमे में आई प्रेमिका ने उठा लिया खौफनाक कदम
तारिक खान
डेस्क: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में अपने प्रेमी की हकीकत जानकार परेशान हुई प्रेमिका ने खौफनाक कदम उठा लिया और ज़हर खाकर अपनी जान दे दिया। बताया जा रहा है कि मृतका परवीन खान का संजय से अफेयर था। संजय ने खुद को कुवारा बता कर परवीन से शादी का झांसा देकर 3 साल तक रेप किया, जब परवीन ने शादी का दबाव बनाया तो उसने इस बात को कबूला कि वह शादीशुदा 2 बच्चो का बाप है। वही मृतका के परिजनों ने आरोप लगाया है कि आरोपी संजय ने परवीन खान से मारपीट करके उसको ज़हर पिला दिया है जिससे उसकी मौत हो गई है।
घटना के सम्बन्ध में मिली जानकारी के अनुसार ग्वालियर के कंपू थाना क्षेत्र में रहने वाली परवीन खान और गोहद निवासी संजय गुर्जर के बीच तीन साल से प्रेम संबंध था। परवीन के परिवार के अनुसार, संजय ने खुद को अविवाहित बताया था और शादी का वादा करके परवीन का रेप किया। जब परवीन ने संजय पर शादी का दबाव डाला, तो उसने खुलासा किया कि वह पहले से शादीशुदा है और उसके दो बच्चे भी हैं। इस सच्चाई को जानकर परवीन बेहद दुखी हो गई थी।
परवीन के भाई शानू खान ने आरोप लगाया है कि संजय ने परवीन को गोहद बुलाया और वहां उसके साथ मारपीट की। इसके बाद उसे जहर देकर मार दिया गया। शानू के अनुसार, परवीन ने गोहद से एक कॉल भी किया था, जिसकी रिकॉर्डिंग पुलिस को दी गई है। पुलिस ने बताया कि परवीन को गंभीर हालत में जेएएच अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। फिलहाल, पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
ग्वालियर में इससे पहले भी ऐसे घटनाएं सामने आ चुकी हैं। पिछले साल भी इसी तरह की एक घटना में एक शादीशुदा महिला ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। उसने जहर खाने से पहले अपने प्रेमी को जहर की पुड़िया की तस्वीरें भेजी थीं। प्रेमी ने उस संदेश को देखकर सिर्फ ‘ओके’ लिखा और महिला ने जहर खा लिया। गंभीर हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी।
यह मामला एक बार फिर से यह सवाल उठाता है कि समाज में महिलाओं के साथ हो रहे अन्याय और उनके भावनात्मक शोषण को कैसे रोका जाए। परवीन खान का मामला यह दिखाता है कि जब महिलाओं को धोखा मिलता है और उनके साथ अन्याय होता है, तो वे किस हद तक परेशान हो सकती हैं। समाज को इस दिशा में गंभीरता से सोचने की जरूरत है ताकि ऐसी दुखद घटनाओं को रोका जा सके।