वाराणसी: अंजुमन शम्म-ए-रिसालत ने नात पढने वाले 400 बच्चो की हौसला अफजाई करते हुवे दिए इनाम, अंजुमन फरोग-उल-इस्लाम में हुआ जीती हुई अंजुमन को इनाम तकसीम
शफी उस्मानी
वाराणसी: जश्न-ए-आमद-ए-रसूल के मुक़द्दस मौके पर शहर कल भी दुल्हन की तरह सजा हुआ था। इस मौके पर विभिन्न डाईजो पर इनामो का वितरण हुआ और कई मंचो पर अंजुमन और नन्हे मुन्ने बच्चो ने नबी की शान में नात पढ़ी। इन सबके बीच अंजुमन शम्मा-ए-रिसालत के मंच ने हर साल की तरह इस साल भी लोगो की ख़ास तवज्जो अपने तरफ किया।
अंजुमन शम्म-ए-रिसालत काफी सालो से 12 रबीउलअव्वल को अपने मंच से जहा 11 रबीउल अव्वल के को पढने वाली इनामियां अनजुमनो को इनाम तकसीम करती है। वही नन्हे मुन्ने बच्चो के हौसलों को बुलंद करने के लिए उनके पढ़े हुवे नात पर या फिर नात के एक कलाम पर ही उनको इनामो से नवाजती है। यह सिलसिला हर साल की तरह इस साल भी चला और इस साल 400 बच्चो को इनाम तकसीम किया गया।
इस मुताल्लिक हमसे बात करते हुवे पूर्व फ़ुटबाल खिलाड़ी और अंजुमन शम्म-ए-रिसालत के सदर राना अनवर ने हमसे बात करते हुवे कहा कि बच्चो के हौसलों को परवाज़ देने के लिए काफी वर्षो से यह प्रोग्राम हम लोग करते है। छोटे बच्चे एक नात या फिर नात का एक कलाम भी पढ़ते है तो उनको कोई न कोई इनाम से नवाज़ा जाता है ताकि उनके हौसले बुलंद रहे। आने वाले मुस्तकबिल को लोगो के बीच में अपनी बात रखने की आदत होनी चाहिए।
अंजुमन फरोग-उल-इस्लाम ने किया जीती अंजुमन को इनाम वितरित
अंजुमन फरोग-उल-इस्लाम के मंच से 11 रबीउल अव्वल को जिन अंजुमन ने इनाम जीता उनको इनाम का वितरण किया गया। इस मौके पर इनाम पाने वाली सभी 6 अंजुमन ने अपने कलाम को दुबारा आकार पढ़ा और लोगो की तारीफे बटोरी। अंजुमनो को इनाम अबुल खैर ‘मिस्टर’, साजिद गुड्डू, आसिफ शेख, बख्तियार खान, तारिक आज़मी के द्वारा दिया गया।