पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा ‘जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन के कारण अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है और सात लाख लोग इलाज से वंचित हो गए हैं मै इस्तीफा देने के लिए तैयार हुई’
प्रमोद कुमार
डेस्क: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर के रेप और हत्या के विरोध में चल रहे प्रदर्शन के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह अपने पद से इस्तीफ़ा देने के लिए तैयार हैं। आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के विरोध में बीते 32 दिनों से आंदोलन कर रहे जूनियर डॉक्टरों का 32 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सरकार के बुलावे पर सचिवालय पहुंचा था।
डॉक्टरों की जिद थी कि बैठक का लाइव प्रसारण किया जाए और ये मांग पूरी न होने के कारण मुख्यमंत्री के साथ प्रदर्शनकारियों की मुलाकात नहीं हो पाई। सरकार का कहना है कि बैठक की वीडियो रिकार्डिंग तो हो सकती है। लेकिन यह मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन होने की वजह से इसका लाइव प्रसारण नहीं किया जा सकता। सचिवालय में जूनियर डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के लिए करीब दो घंटे इंतजार करने के बाद ममता बनर्जी ने पत्रकारों से बात की।
ममता बनर्जी ने कहा, ‘मेरा और मेरी सरकार का काफी अपमान किया गया है। इस बारे में कुप्रचार किया गया है। आम लोग इसका रंग नहीं देख सके हैं। मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं। उनको न्याय नहीं कुर्सी चाहिए। उम्मीद है कि लोग इस बात को समझेंगे।’ मुख्यमंत्री ने दावा किया, ‘प्रतिनिधिमंडल में शामिल ज्यादातर लोग बैठक में शामिल होने के इच्छुक थे। लेकिन उनको बाहर से समझौता नहीं करने का निर्देश मिला है। दो-तीन लोग बैठक के लिए तैयार नहीं हुए। मैं डॉक्टरों से काम पर लौटने का अनुरोध करती हूं।’
ममता बनर्जी ने कहा, ‘जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन के कारण अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है और सात लाख लोग इलाज से वंचित हो गए हैं। इससे शर्मनाक कुछ और नहीं हो सकता।’ इसके बाद जूनियर डॉक्टरों ने प्रेस कांफ्रेंस की जिसमें कहा गया, ‘मुख्यमंत्री ने हमें गलत समझा है। हम यहां कुर्सी के लिए नहीं बल्कि न्याय की मांग में आए हैं। हम बातचीत करने के लिए ही आए थे। लेकिन मुख्यमंत्री की टिप्पणी से हम हताश हैं। फिर भी हमने उम्मीद नहीं छोड़ी है और बातचीत के लिए तैयार हैं।’