बदले की यह कहानी सुनकर आप भी जायेगे चौक: जब वह 8 साल का था तब हुआ था उसके पिता का क़त्ल, 22 साल बाद उसने अपने पिता के कातिल को वैसे ही मारा जैसे उसके पिता का क़त्ल हुआ था
यश कुमार
सूरत: अपने पिता के क़त्ल का बदला लेने के लिए एक युवक ने 22 साल तक इंतज़ार किया। जब उस युवक की उम्र महज़ 8 बरस थी तभी उसके पिता का क़त्ल हो गया था। प्रतिशोध की आग में जलता हुआ वह जवान हुआ और प्रतिशोध भी ऐसा कि 22 साल बाद अपने पिता की मौत का बदला ठीक उसी तरह लिया जिस तरफ से उसके पिता का क़त्ल हुआ था। इस बदले को लेने के लिए उसने 22 साल इंतज़ार किया और आखिर बदला ले ही लिया।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार 1 अक्टूबर की दोपहर गुजरात के अहमदाबाद में 50 वर्षीय नखट सिंह भाटी अपनी साइकल से कहीं जा रहा था। तभी एक पिकअप ट्रक ने उसे कुचल दिया। मूल रूप से राजस्थान के जैसलमेर का रहने वाला नखट सिंह भाटी अहमदाबाद के थलतेज इलाके में एक आवासीय कॉलोनी में सिक्योरिटी गार्ड का काम करता था। शुरुआत में इस हादसे को एक सड़क दुर्घटना माना गया था। आरोपी युवक गोपाल सिंह भाटी ने नखत को कुचलने के बाद भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे कुछ ही दूरी पर पकड़ लिया। और गोपाल भाटी पर लापरवाही से गाड़ी चलाने के कारण मौत का मामला दर्ज किया गया।
जांच के बाद इस हादसे में सुनियोजित हत्या का खुलासा हुआ। एन डिवीजन ट्रैफिक के इंस्पेक्टर एसए गोहिल ने बताया कि 2002 में गोपाल के पिता हरि सिंह भाटी को राजस्थान के जैसलमेर में एक ट्रक चालक ने कुचल कर मार डाला था। मामले में नखत सिंह भाटी और उसके चार भाइयों को हरि सिंह भाटी की हत्या का दोषी पाया गया था। सभी आरोपियों को सात साल की कैद की सजा सुनाई गई थी। उस समय गोपाल सिंह भाटी आठ साल का था। और तभी से अपने पिता की मौत का बदला लेने का इंतज़ार कर रहा था।
टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में इंस्पेक्टर एसए गोहिल ने जानकारी दी कि गोपाल ने पिछले हफ्ते ही 8 लाख रुपये में पिकअप ट्रक खरीदा था। उसने 1।25 लाख रुपये का डाउन पेमेंट किया और बाकी पैसे बैंक से उधार लिए। इंस्पेक्टर ने बताया कि गोपाल के मोबाइल फोन रिकॉर्ड से पता चला है कि वह पिछले हफ्ते नखत के घर के आसपास कई बार गया था, जिससे पता चलता है कि उसने हत्या से पहले रेकी की थी। साथ ही इंस्पेक्टर गोहिल ने ये भी बताया कि नखत और गोपाल के परिवारों, यहां तक कि उनके गांवों के बीच लंबे समय से दुश्मनी चली आ रही है।