बिहार पुलिस ने शिक्षक गुरु रहमान को नोटिस देते हुवे कहा ‘बीपीएससी पेपर लीक परीक्षा का साक्ष्य हो तो प्रस्तुत करे, वर्ना दंडनात्मक कार्रवाही हो सकती है’
अनिल कुमार
डेस्क: बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कराने को लेकर अभ्यर्थियों का धरना लगातार जारी है। अभ्यर्थी री-एग्जाम की मांग को लेकर 15 दिन से धरना दे रहे हैं। छात्रों का समर्थन करने कई नेता और शिक्षक धरने में शामिल हुए। ऐसे में फेमस टीचर और व्लॉगर गुरु रहमान (मोतिउर रहमान खान) भी धरनास्थल पर पहुंचे। अब पटना पुलिस ने उनके खिलाफ नोटिस जारी किया है।
पटना पुलिस ने शनिवार, 28 दिसंबर को नोटिस जारी किया। नोटिस में गुरु रहमान से कथित बीपीएससी 70वीं प्रारंभिक परीक्षा पेपर लीक के सबूत पेश करने के लिए कहा गया है। नोटिस में कहा गया है कि अगर गुरु रहमान के पास पेपर लीक से जुड़े ठोस सबूत हैं, तो उन्हें पेश करें। अगर वे सबूत नहीं दे पाते हैं, तो इसे सरकार और बीपीएससी की छवि खराब करने का प्रयास माना जाएगा। इसके लिए उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई हो सकती है।
बीते 26 दिसंबर को शिक्षक गुरु रहमान प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मिलने पहुंचे। उन्होंने पुलिस की कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा था कि छात्रों के साथ इस तरह का व्यवहार निंदनीय है। वह हमेशा छात्रों के समर्थन में खड़े रहेंगे। उसके बाद से मामला और गरमा गया। अब पुलिस ने गुरु रहमान के खिलाफ नोटिस जारी किया।
बता दें कि बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा पर शुरू हुआ विवाद बढ़ता जा रहा है। परीक्षा के दिन (13 दिसंबर 2024) से सैकड़ों अभ्यर्थी पेपर में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए परीक्षा रद्द और री-एग्जाम की मांग कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं है। पेपर लीक जैसी घटनाएं छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हैं।
शुक्रवार, 27 दिसंबर को बिहार लोक सेवा आयोग ने इन आरोपों को गलत बताया। इस दौरान कहा गया कि परीक्षा प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हुई। बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक राजेश कुमार सिंह ने कहा कि परीक्षा दोबारा आयोजित नहीं की जाएगी। परीक्षा को रद्द न करने को लेकर काफी ई-मेल आ रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि प्रदर्शन कर रहे छात्र जो आरोप लगा रहे हैं। उनका कोई सबूत नहीं है। प्रदर्शनकारी मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं।