महाकुंभ 2025 हादसा: देखे दिल दहला देने वाली तस्वीरे और वीडियो, हमारे प्रतिनिधि जब पहुचे अस्पताल तो देखा वह मंजर जिसको देख आपकी आंखे हो जाएगी नम
तारिक खान
प्रयागराज: Maha Kumbh 2025 में बड़ा हादसा हो गया है। मंगलवार की रात को संगम घाट पर भगदड़ मच गई। इस घटना में अभी अपुष्ट सूत्र 17 लोगों की मौत होने की बात कह रहे है। मगर किसी भी मौत की अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। हमारे नुमाइन्दे तारिक खान जो कुम्भ की पवित्र सरज़मीन पर मौजूद है, हमको पल पल की जानकारी मुहैया करवा रहे है।
इस भगदड़ में बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। कई लोग दबे हैं। यह हादसा अत्यधिक भीड़ के चलते हुआ। अचानक मची भगदड़ से किसी को संभलने का मौका नहीं मिला।
महाकुंभ के अस्पताल में घायलों को लेकर आने वाली एंबुलेंस का तांता लगा हुआ है। राहत और बचाव कार्य में पूरा प्रशासन जुटा हुआ है। यह दर्दनाक हादसा रात करीब दो बजे संगम तट के पास हुआ।
हमारे प्रतिनिधि तारिक खान ने बताया कि जब वह अस्पताल पहुचे तब तक 11 शव आ चुके थे। दो दर्जन से अधिक घायल आ चुके थे। तारिक खान की मुहैया करवाई गई फोटो बेशक दर्दनाक है।
हादसे का कारण स्पष्ट नहीं है। फिलहाल प्रशासन मेला में भीड़ मैनेजमेंट और वीवीआईपी मैनेजमेंट में व्यस्त है। उसके जानिब से मृतकों और घायलों के संख्या की पुष्टि नही हुई है।
मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि अफवाह के कारण भगदड़ हुई है। मगर उन्होंने भी मृतकों की संख्या को स्पष्ट नहीं किया। हमारे अस्पताल के सूत्र बताते है कि 50 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं। \
सभी को महाकुंभ नगर के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
महाकुंभ में मौनी अमावस्या के लिए मंगलवार सुबह से ही श्रद्धालुओं का रेला उमड़ा हुआ था। दोपहर में बेकाबू भीड़ ने कई स्थानों की बैरिकेडिंग भी तोड़ी।
रात में स्नान शुरू होने के बाद संगम में भीड़ अधिक बढ़ गई। संगम तट और उसके आसपास लाखों श्रद्धालु जमा हो गए। अखाड़ों के लिए बनाई गई बैरिकेडिंग भी कुछ स्नानार्थियों ने तोड़ने का प्रयास किया। जिसको जहां से जगह मिलती उधर ही चला जाता।
कुंभ मेला अधिकारी विजय किरन आनंद ने अखाड़ों से अमृत स्नान न करने की अपील की है। भगदड़ को देखते हुए अखाड़ों ने उस पर सहमति दे दी है। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने कहा कि हम प्रशासन का सहयोग करेंगे। आधी रात के बाद स्नानार्थियों की भीड़ संगम तट के करीब ठहर गई, जिससे स्थिति बिगड़ने लगी। रात करीब दो बजे स्थिति नियंत्रण से बाहर हुई तो भगदड़ मच गई।
इधर-उधर भागती भीड़ में जो नीचे गिर पड़ा वह उठ नहीं सका। जिसने भागने का प्रयास किया वह भी दब गया। मेला कंट्रोल रूम और पुलिस कंट्रोल रूम को यह सूचना मिली तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन पैरामिलिट्री फोर्स, एबुंलेंस को अलग-अलग स्थान से संगम की ओर रवाना किया गया।
इसके बाद एंबुलेंस में तमाम श्रद्धालुओं को भरकर लाया गया। केंद्रीय अस्पताल में कई लोगों को जमीन पर लिटाया गया था, जिनके बारे में एक अस्पताल कर्मी ने कहा कि उनकी मौत हो गई है।
सुबह से प्रधानमंत्री ने तीन बार मुख्यमंत्री से बात की। मुख्यमंत्री भी लखनऊ में चीफ सेक्रेटरी प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी के साथ हाई लेवल मीटिंग कर समीक्षा बैठक कर रहे हैं।
इन सबके बीच अब स्थिति पूरी तरह से सामान्य हो चुकी है। PAC NSG ATS STF और बड़ी संख्या में पैरामिलिट्री फोर्स को ग्राउंड में उतार दिया गया है।