आलोचनाओं के बाद दिल्ली मेट्रो ने हटाया दुष्कर्म मामले में सजायाफ्ता संत आसाराम बापू का विज्ञापन


शफी उस्मानी
डेस्क: दुष्कर्म मामले में आजीवन कारावास की सज़ा काट रहे संत आसाराम बापू को जनवरी 2023 में गांधीनगर की एक अदालत ने महिला शिष्या से दुष्कर्म के एक मामले में दोषी क़रार दिया था। आसाराम को इस मामले में उम्रकैद की सज़ा सुनाई गई थी। जिसके बाद पिछले दिनों आसाराम को पेरोल मिली है।
इस बीच दिल्ली मेट्रो में दुष्कर्म मामले में आजीवन कारावास की सज़ा काट रहे संत आसाराम बापू की तस्वीर वाले एक विज्ञापन को चलाना शुरू कर दिया। जिसके बाद इसको लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई और दिल्ली मेट्रो की जमकर आलोचना होने लगी। आलोचनाओं के बाद दिल्ली मेट्रो ने इसका जवाब दिया है। दरअसल, दिल्ली मेट्रो के अंदर आसाराम को लेकर एक विज्ञापन लगा है, जिस पर यूज़र्स ने दिल्ली मेट्रो पर सवाल खड़े किए हैं और सरकार पर निशाना साधा है।
सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर एक यूज़र दिलखुश पांडे ने आसाराम बापू की सज़ा का हवाला देकर दिल्ली मेट्रो रेलवे कार्पोरेशन (डीएमआरसी) से सवाल पूछा था। दिल्ली मेट्रो ने दिलखुश पांडे का जवाब देते हुए लिखा, ‘डीएमआरसी ने लाइसेंसधारक को तत्काल निर्देश जारी कर दिए हैं कि वे मेट्रो परिसर से इन विज्ञापनों को जल्द से जल्द हटा लें। इन विज्ञापनों को हटाने की प्रक्रिया आज रात से शुरू कर दी जाएगी। हालांकि, सिस्टम से इन्हें हटाने में कुछ समय लग सकता है।’