बजट 2025: संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया लगतार 8वी बार बजट, बिहार को मिला मखाना बोर्ड, आयकर में मिली छुट, पढ़े बजट में है क्या ख़ास

मो0 कुमेल
डेस्क: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को लोकसभा में बजट 2025 पेश किया। उन्होंने बताया कि नई टैक्स रिजीम में 12 लाख रुपये तक की इनकम पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। निर्मला सीतारमण ने आज लगातार आठवीं बार बजट पेश किया है।
सबसे अधिक बजट पेश करने का रिकॉर्ड पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नाम है। उन्होंने 10 बजट पेश किए हैं लेकिन ये उन्होंने अलग-अलग कार्यकाल में पेश किए थे। पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने नौ और प्रणब मुखर्जी ने आठ बजट पेश किए थे। मतलब, अब 75 हज़ार रुपये के स्टैंडर्ड डिडक्शन के साथ सैलरीड क्लास की 12.75 लाख रुपये की इनकम टैक्स फ्री हो जाएगी।
- 2014 में 2.5 लाख रुपए टैक्स फ्री
- 2019 में 5 लाख रुपए टैक्स फ्री
- 2023 में 7 लाख रुपए टैक्स फ्री
- 2025 में 12 लाख रुपए टैक्सी फ्री
इसका मतलब यह हुआ कि सभी तरह के आयकर देने वालों को टैक्स स्लैब्स में फायदा मिला है। वित्तमंत्री ने कहा, जीवन रक्षक दवाओं के दाम घटेंगे। कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की दवाओं के दाम घटाने के लिए कस्टम ड्यूटी घटाई गई। 6 जीवनरक्षक दवाओं और कैंसर की 36 दवाएं टैक्स फ़्री की गईं। उन्होंने बताया कि कस्टम से 7 टैरिफ़ रेट हटाए जाएंगे। 57 दवाओं को नि:शुल्क दवा के अंतर्गत शामिल किया जाएगा।
क्या हुआ सस्ता
- मोबाइल फोन
- कैसर सहित जीवन रक्षक दवाये
- मेडिकल उपकरण
- एलसीडी और एलईडी टीवी
- देश में बने कपडे
- इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी
- लिथियम बैटरी
- चमड़े से बने सामान
इससे पहले, वित्त मंत्री ने बजट भाषण की शुरुआत में कहा, ‘हमारी अर्थव्यस्था सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। पिछले दस वर्षों में हमारे विकास कार्यों के ट्रैक रिकॉर्ड और ढांचागत सुधारों ने वैश्विक स्तर पर सभी का ध्यान खींचा है।’ यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल का दूसरा पूर्ण बजट है। जबकि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार आठवां आम बजट पेश कर रही हैं।
बिहार के लिए इस बजट में कई ख़ास उपहार मिला है। बिहार में मखाना बोर्ड की स्थापना की जाएगी। यह इसके उत्पादन से लेकर मार्केटिंग तक में सहायता करेगा। वित्त मंत्री ने कहा है कि इससे मखाना किसानों को फ़ायदा देगा। दुनिया का क़रीब 85 फ़ीसदी मखाना भारत में होता है। भारत का 90 फ़ीसदी मखाना बिहार में होता है। बिहार के मधुबनी, दरभंगा, सुपौल, सीतामढ़ी, अररिया, कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज मखाने की खेती के लिए विख्यात हैं। मिथिलांचल, कदम कदम पर पोखर (तालाब), मछली और मखाना के लिए दुनिया में जाना जाता है। इस वजह से ये ख़बर बिहार के मखाना किसानों के लिए अहम है।
बजट की ख़ास बाते
- 12 लाख तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं।
- 4 साल तक अपडेटेड आईटीआर भर सकेगे।
- ईसीएस सुविधा की सीमा 10 लाख की गई।
- अगले हफ्ते आएगा नया आयकर बिल।
- बुजुर्गो के लिए टैक्स छूट हुई दुगनी।
- किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट 3 लाख से बढ़कर 5 लाख की गई।
- पीएम धन्य धान्य कृषि योजना होगी शुरू
- बिहार में मखाना बोर्ड का होगा गठन
- दालो आत्मनिर्भरता के लिए 6 साल का मिशन
- कपास की पैदावार बढ़ाने के लिए 5 साल का मिशन
- एमएसएमई क्रेडिट गारंटी 5 से बढ़ाकर 10 करोड़
- स्टार्टअप के लिए लोन 10 से बढ़ा कर 20 करोड़
- छोटे उद्योगों को विशेष क्रेडिट कार्ड
- इंडिया पोस्ट बनेगा लाजिस्टिक फर्म
- खिलौना निर्माण के लिए योजना होगी चालु
- 5 आईआईटी में 6500 छात्रो की संख्या बढाया गया।
- 5 साल में 75 हजार मेडिकल सीट बढ़ेगी।
- एआई एक्सीलेंस सेंटर का होगा निर्माण
- स्कूलों में 50 हजार अटल ट्रिंकलिंग लैब बनेगे।
- सरकार स्कूलों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी