करोडो की लागत से बने गाजीपुर के ट्रामा सेंटर में मरीजों को नहीं मिल रही सुविधाएं


रेयाज़ अहमद
गाजीपुर: मुहम्मदाबाद में करोड़ों की लागत से बना ट्रामा सेंटर आज भी अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। चार साल पहले इस सेंटर की शुरुआत मरीजों को बेहतर इलाज देने के उद्देश्य से की गई थी, लेकिन आज भी यहां जरूरी चिकित्सा सुविधाओं का अभाव है। मरीजों और स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर इस ट्रामा सेंटर में जरूरी सुविधाएं नहीं देनी थीं, तो इसे बनाने का क्या फायदा था?
यहां अब तक अल्ट्रासाउंड जैसी मूलभूत जांच सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं हैं, जिससे मरीजों को निजी जांच केंद्रों पर महंगे दाम चुकाने पड़ते हैं। बिजली व्यवस्था भी बेहद खराब है। जनरेटर की कोई व्यवस्था न होने के कारण बिजली कटने पर मरीजों को अंधेरे में इलाज कराना पड़ता है। यही नहीं, यहां पीने के लिए शुद्ध पानी तक उपलब्ध नहीं है, जिससे मरीजों और अस्पताल कर्मियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह ट्रामा सेंटर एक शोपीस बनकर रह गया है। करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद अगर मरीजों को यहां बुनियादी सुविधाएं तक नहीं मिल रहीं, तो इस सेंटर को बनाने का क्या औचित्य था? जनता ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द यहां सभी जरूरी चिकित्सा सुविधाएं बहाल की जाएं।