दिल्ली के जंतर मंतर पर वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ हिंदुस्तान के मुसलमानों का हुआ संयुक्त विरोध प्रदर्शन, भारी संख्या में जंतर मंतर पहुचे मुस्लिम समाज के लोग


शफी उस्मानी
डेस्क: वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, जमीयत उलमा-ए-हिंद, जमात-ए-इस्लामी हिंद, केंद्रीय जमीयत अहल-ए-हदीस और अन्य सभी बड़ी संगठनों और अन्य जमातों द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन में लाखो की संख्या में मुस्लिम समाज के लोगो ने एकत्र होकर केंद्र सरकार के इस प्रस्तावित विधेयक का विरोध किया।
इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि कई मायनों में वक्फ संपत्ति को लेकर हिंदुस्तान के मुसलमानों में बेचैनी पैदा करने वाला है। इस विधेयक में कई ऐसे संशोधन हैं जो वक्फ संपत्ति के भविष्य को खतरे में डालने वाले हैं, और जिनके जरिए वक्फ संपत्तियों में घुसपैठ और सरकारी मनमानी का रास्ता खुल जाएगा। इस विधेयक को सरकार ने गलत तरीके से संसद में पेश किया, विपक्ष की ओर से इसका विरोध होने पर इसे संयुक्त संसदीय समिति में भेजा गया, लेकिन इस समिति ने भी एकतरफा तरीके से सरकार की नीति के अनुसार काम किया, और अब फिर से बीजेपी सरकार इसे संसद में पेश करने जा रही है।
वक्ताओं ने कहा कि मिल्ली नेतृत्व ने इसका हर स्तर पर विरोध किया है, हर स्तर पर इसे खारिज किया है, आज का विरोध प्रदर्शन भी इसी सिलसिले की एक कोशिश है। इस प्रदर्शन में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, जमीयत उलमा-ए-हिंद, जमात-ए-इस्लामी हिंद, केंद्रीय जमीयत अहल-ए-हदीस और अन्य सभी बड़ी संगठनों और जमातों की कियादत शामिल है। इस विरोध प्रदर्शन का मकसद सरकारी गलियारों तक यह संदेश पहुंचाना है कि देश का पूरा मुस्लिम नेतृत्व, हर मसलक और हर मकतब-ए-फिक्र के कायदीन और आम लोग इस विधेयक के खिलाफ हैं, और इस विधेयक का हर संभव तरीके से विरोध करते रहेंगे।