तेलंगाना से पढने गए छात्र की अमेरिका में गोली मार कर हत्या


सबा अंसारी
डेस्क: अमेरिका में एक और भारतीय छात्र की कथित तौर पर हत्या कर दी गई है। मृतक छात्र का नाम प्रवीण गम्पा है। वो तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले स्थित केसमपेट के रहने वाले थे। 27 वर्षीय प्रवीण का शव मिल्वौकी में संदिग्ध परिस्थितियों में पाया गया है। वो पिछले साल मास्टर्स डिग्री हासिल करने के लिए अमेरिका गए थे।
छात्र के जानने वालों ने दावा किया है कि उन्हें उनके घर के पास के बीच पर गोली मार दी गई। हालांकि उनके पिता के मुताबिक एक स्टोर पर कुछ चोरों ने उन पर फायर किया, जिसमें उनकी जान चली गई। प्रवीण अपनी पढ़ाई के दूसरे साल में थे। वो एक स्थानीय स्टोर में पार्ट-टाइम जॉब भी कर रहे थे। उनकी मौत की खबर के बाद उनके पिता राघवुलू गम्पा ने बताया, ‘सुबह 5 बजे मुझे एक वॉट्सऐप कॉल आया, लेकिन मैं इसका जवाब नहीं दे सका। बाद में सुबह मैंने मिस्ड कॉल देखी और उसे एक वॉइस मैसेज भेजा। पर एक घंटे के बाद भी कोई कॉल वापस नहीं आई।’
राघवुलू ने बताया कि इसके बाद उन्होंने अपने बेटे के नंबर पर कॉल किया, लेकिन किसी और ने जवाब दिया। इस पर उन्हें संदेह हुआ, लेकिन उन्होंने कॉल काट दी। प्रवीण के पिता ने आगे बताया, ‘जब मैंने उसके दोस्तों से संपर्क किया, तो उन्होंने मुझे बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि वो पार्ट टाइम नौकरी के लिए एक स्टोर में गया था। तभी वहां कुछ चोरों ने गोलियां चला दीं। एक गोली उसे लगी और उसकी मौत हो गई।’
बीते सालों में अमेरिका में कई भारतीय छात्र जानलेवा हमलों में मारे गए हैं। बीती 20 जनवरी को वॉशिंगटन में तेलंगाना के रहने वाले 26 वर्षीय छात्र रवि तेजा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रवि तेजा 2022 में अमेरिका गए थे और आठ महीने पहले अपना MS कोर्स पूरा करने के बाद नौकरी की तलाश कर रहे थे। भारतीय मिशन ने भी उनकी मौत पर दुख जताया था।
वहीं नॉर्थ अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ इंडियन स्टूडेंट्स ने X पर पोस्ट कर लिखा, ‘भारत के हैदराबाद के 26 वर्षीय छात्र रवि तेजा की वॉशिंगटन, डीसी में गोली मारकर हत्या कर दी गई। वो MBA करने के लिए 2022 में अमेरिका चले गए थे। घटना की फिलहाल जांच की जा रही है।’ इससे पहले पिछले साल दिसंबर में भारतीय मूल की 22 वर्षीय महिला संतरा साजू न्यूब्रिज के पास पानी में मृत पाई गई थीं। वहीं कनाडा में भी तीन भारतीय छात्रों की हत्या की खबर सामने आई थी। तब भारत ने मामले की गहन जांच की मांग की थी।