चंडीगढ़ कुच का किसान संगठनो द्वारा एलान होने के बाद किसान नेताओं को हिरासत में लेने की खबरे बनी चर्चा का केंद्र

मो0 कुमेल

डेस्क: पंजाब के किसान संगठनों ने पांच मार्च को चंडीगढ़ कूच करने का एलान किया था, उससे एक दिन पहले ही कई किसान नेताओं को हिरासत में लेने की ख़बरें हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) उगरहां के नेता जोगिंदर सिंह उगरहां के घर पर भी छापा मारा लेकिन वो नहीं मिले।

पुलिस ने आखिल भारतीय किसान सभा, बीकेयू डकौंदा और कीर्ति किसान यूनियन के कई नेताओं को हिरासत में ले लिया है। इससे पहले तीन मार्च, सोमवार को किसान नेताओं और मुख्यमंत्री भगवंत मान के बीच बैठक हुई थी जो बेनतीजा रही। किसान नेताओं और मुख्यमंत्री मान के साथ हुई बैठक में हंगामा होने का भी समाचार मीडिया की सुर्खियों में था। किसान संगठनों ने आरोप लगाया कि सीएम बिना उनकी पूरी मांगें सुने ही बैठक छोड़कर चले गए।

बैठक के बाद जोगिंदर सिंह उगरहां ने कहा कि पांच मार्च को किसान चंडीगढ़ कूच करेंगे। हालांकि मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान जारी कर कहा कि वो किसान समर्थक हैं लेकिन उनकी अधिकांश मांगें केंद्र सरकार ही पूरी कर सकती है। जिसके बाद आज पूरे पंजाब से कई नेताओं को हिरासत में लिया गया है जिनमें राज्य से लेकर ब्लॉक स्तर के नेता हैं। कई नेताओं के यहां पुलिस ने रात में और तड़के छापा मारा है।

किसान नेता रमिंदर पाटिला ने कहा, ‘मुख्यमंत्री भड़क गए थे। हम 18 मांगों को लेकर गए थे और अभी 8वीं मांग को हमने पढ़ना शुरू किया तभी मुख्यमंत्री उठ खड़े हुए और पांच मार्च को चंडीगढ़ कूच न करने को कहा। मुख्यमंत्री का यह बर्ताव निंदनीय है। एक मुख्यमंत्री को इस तरह का व्यवहार नहीं करना चाहिए। हम पांच मार्च को आएंगे और मुख्यमंत्री को बैठने के लिए दबाव बनाएंगे।’

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