चीन ने अपने रक्षा बजट में 7 फीसद से अधिक की बढ़ोतरी का किया समर्थन


आदिल अहमद
डेस्क: चीन ने अपने रक्षा बजट में सात फ़ीसदी से अधिक की बढ़ोतरी का समर्थन किया है और कहा है कि ‘ये सीमित और वाजिब’ है। चीनी सेना के प्रवक्ता वू चियान ने रविवार को इसके पक्ष में बयान देते हुए कहा है कि दुनिया शांतिपूर्ण जगह नहीं है। चीन बीते कई दशकों से अपनी रक्षा क्षमता बढ़ाने की कोशिश कर रहा है और अर्थव्यवस्था के विस्तार से मिले धन का इस्तेमाल इसके लिए कर रहा है।
इसी सप्ताह चीनी नेशनल पीपल्स कांग्रेस की सालाना बैठक में घोषणा की गई थी कि इस साल का उसका रक्षा बजट 7.2 फ़ीसदी यानी तकरीबन 245 अरब डॉलर का होगा। ये अमेरिकी के सैन्य खर्च का एक तिहाई है और रक्षा खर्च के मामले में अमेरिका के बाद चीन दूसरे नंबर पर है। हालांकि समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ने कहा है कि पेंटागन और कुछ अन्य जानकारों का कहना है कि चीन का कुल रक्षा बजट 40 फ़ीसदी या इससे अधिक हो सकता है, क्योंकि कई खर्च वो अलग बजट में शामिल करता है।
माना जा रहा है कि इस साल चीन का रक्षा बजट उसकी अर्थव्यवस्था के विकास से अधिक होगा। चीन के प्रवक्ता वू चियान ने कहा कि चीन की एक प्राथमिकता ताइवान को फिर से उसके साथ मिलाना है। चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है जिसे कभी न कभी चीन का हिस्सा बनना ही है। उन्होंने कहा कि ‘ताइवान की आज़ादी का समर्थन करने वाले अलगाववादी जितना सक्रिय होंगे, उनके गले के आसपास शिकंजा उतना कसता जाएगा और उनके सिर पर लटक रही तलवार उतनी तेज़ होती जाएगी।’