विदेश भेजने के नाम पर किया करोडो की ठगी, एक गिरफ्तार, दो अन्य की तलाश जारी


मो0 शरीफ
लखनऊ: रायबरेली जिले में फर्जी वीजा बनाकर बेरोजगार युवाओं को विदेश भेजने के नाम पर करोडो की ठगी का पुलिस ने खुलासा करते हुवे एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। जबकि उसके दो अन्य साथियो की तलाश जारी है। पुलिस ने मामले में बताया है कि यह पूरा सिंडिकेट मुंबई से संचालित होता है और इसका सरगना मुंबई में बैठा है।
पुलिस जांच में सामने आया कि इस गिरोह ने 500 से अधिक फर्जी वीजा बनाकर करोड़ों रुपये की बेरोजगार युवाओं को चपत लगाई है। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी नसीम को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसके दो अन्य साथी विनय और रिजवान की तलाश जारी है।
पुलिस ने बताया कि शहर के बरगद चौराहे पर इलाइट सर्विस के नाम से संचालित यह फर्जी कंपनी सिंगापुर के लिए 1,10,000 रुपये और दुबई के लिए 60,000 रुपये वसूलती थी। आरोपी नसीम के पास से 26 पासपोर्ट, फर्जी वीजा और अन्य सामग्री बरामद की गई है। जांच में खुलासा हुआ कि यह पूरा खेल मुंबई से संचालित हो रहा था, जहां से नसीम कंपनी चलाता था। जबकि रायबरेली में उसका सहयोगी कामकाज संभालता था।
पुलिस को यह भी पता चला कि फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट के लिए निजी अस्पतालों से साठगांठ की गई थी। शहर कोतवाली पुलिस ने मामले में कार्रवाई तेज कर दी है और फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। वही गिरफ्तार अभियुक्त पर अग्रिम विधिक कार्यवाही जारी है। पुलिस इस सिंडिकेट को पूरा तोड़ने के लिए प्रयासरत है।