हुस्न की चाहत और पैसो की भूख ने महाजन स्टेशन पर तैनात भवानी सिंह को बना दिया पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई का एजेंट, करने लगा मुल्क से गद्दारी, ऐसे चढ़ा कानून के हत्थे


मो0 कुमेल
डेस्क: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले बीकानेर के महाजन रेलवे स्टेशन पर तैनात कर्मचारी भवानी सिंह को गिरफ्तार किया गया है। महाजन रेलवे स्टेशन पर पॉइंटमैन के पद पर तैनात भवानी सिंह खुफिया जानकारी आईएसआई को उपलब्ध करा रहा था। जानकारी के मुताबिक, भवानी सिंह सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तानी महिला एजेंट के संपर्क में आया। धन के प्रलोभन के आकर हनीट्रैप का शिकार होने के बाद रेलवे स्टेशन और महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में भारतीय सेना की गतिविधियों और खुफिया जानकारी पाकिस्तानी एजेंसी को साझा कर रहा था।
बीकानेर में महाजन कस्बे के निवासी एक ई-मित्र संचालक दीपक को भी सीआईडी ने पिछले महीने हिरासत में लेकर पूछताछ की थी, लेकिन उसकी कोई भूमिका सामने न आने पर बाद में उसे छोड़ दिया गया। सीआईडी जयपुर की टीम ने आईटी सेल के इनपुट पर यह कार्रवाई की थी। आईबी की स्थानीय टीम की मदद से महाजन रेलवे स्टेशन से भवानी सिंह रेलवे पॉइंटमैन निवासी झुंझुनूं को हिरासत में लिया गया और उसे सीआईडी की टीम लूणकरनसर ले गई। बाद में भवानी सिंह को संयुक्त पूछताछ केन्द्र ले जाया गया।
संयुक्त पूछताछ केन्द्र में रेलवे कर्मचारी भवानी सिंह से जांच एजेंसियों ने लंबी पूछताछ की। पूछताछ में आईएसआई के लिए जासूसी करने की पुष्टि होने पर भवानी सिंह के खिलाफ शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 के तहत मुकदमा दर्ज कर राजस्थान इंटेलिजेंस ने गिरफ्तार कर लिया। महाजन रेलवे स्टेशन भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के काफी नजदीक है। इसके साथ ही महाजन फील्ड फायरिंग रेंज भी भारतीय सेना का अत्यंत संवेदनशील और महत्वपूर्ण क्षेत्र है।
इस क्षेत्र में सैन्यकर्मियों और सेना के सभी प्रकार के सामान का आवागमन महाजन रेलवे स्टेशन के माध्यम से ही होता है। भवानी सिंह पाकिस्तानी महिला एजेंट के जाल में फंसकर महाजन रेलवे स्टेशन पर सेना की होने वाली सभी गतिविधियों की संवेदनशील और गोपनीय जानकारी लगातार साझा कर रहा था।
इसके बदले भवानी सिंह को आईएसआई द्वारा धन उपलब्ध करवाया जा रहा था। ध्यान देने वाली बात है कि पाकिस्तानी सेना और वहां की खुफिया एजेंसी बीकानेर के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के आसपास के रहने वाले लोगों को हनीट्रैप के जाल में फंसाने का काम करती है। पाकिस्तानी महिला एजेंट पहले प्यार में फसांती हैं और मीठी-मीठी बातें करती हैं। इसके बाद खुफिया जानकारी लेने लगती हैं, फिर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को जानकारी देती हैं।