काशी विद्यापीठ में कुलपति कार्यालय के बाहर छात्रों ने जमकर किया प्रदर्शन, बाहरी तत्वों पर रोक लगाने की मांग, छात्र बोले ‘विश्वविद्यालय सुरक्षा देने में नाकाम’

शफी उस्मानी

वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रों ने बुधवार को कुलपति कार्यालय के सामने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में असफल रहा है। होली के दिन बाहरी असामाजिक तत्वों ने परिसर में घुसकर पत्थरबाजी की, जिससे कई छात्र घायल हो गए थे। इसी घटना के विरोध में छात्रों ने प्रदर्शन किया और विश्वविद्यालय प्रशासन से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की।

प्रदर्शनकारी छात्रों में शामिल शिवम तिवारी ने बताया कि विश्वविद्यालय में सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से विफल हो चुकी है। बाहरी लोग बिना किसी रोक-टोक के परिसर में प्रवेश कर जाते हैं और हिंसा जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं। छात्रों का कहना है कि वे लंबे समय से सुरक्षा की मांग कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन उनकी समस्याओं की अनदेखी कर रहा है।

छात्र अनुराग राय ने कहा कि आठ महीने पहले फूल मंडी में हुए विवाद के बाद, फूल विक्रेताओं ने विश्वविद्यालय में घुसकर गार्डों के साथ मारपीट की और गेट भी तोड़ दिया था। उस घटना का विरोध करने के बावजूद छात्रों पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया गया था। छात्रों का सवाल है कि जब विश्वविद्यालय हर साल करोड़ों रुपये सुरक्षा व्यवस्था पर खर्च करता है, तो बाहरी लोग कैसे परिसर में घुस रहे हैं?

छात्रों ने विश्वविद्यालय के प्राक्टोरियल बोर्ड और सुरक्षा एजेंसी की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब विश्वविद्यालय में सुरक्षा गार्ड और प्राक्टोरियल बोर्ड मौजूद हैं, तो बाहरी तत्वों को प्रवेश कैसे मिल जाता है? छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय की सुरक्षा एजेंसी बाहरी दुकानों को हटाने में भी नाकाम रही है, जिससे परिसर के बाहर असामाजिक तत्व सक्रिय हो गए हैं।

छात्रों ने प्रशासन के सामने कई मांगें रखीं। उन्होंने कहा कि बाहरी लोगों को विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश करने से रोका जाए और विश्वविद्यालय प्राक्टोरियल बोर्ड को हटाया जाए, क्योंकि वह अपनी जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह असफल है। प्रदर्शनकारी छात्रों ने यह भी मांग की कि विश्वविद्यालय के बाहर लगने वाली अवैध दुकानों को तुरंत हटाया जाए, क्योंकि वहां असामाजिक तत्व शराब पीकर छात्राओं पर अभद्र टिप्पणियां करते हैं, जिससे सुरक्षा का माहौल खराब होता है।

इस पूरे मामले पर विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर कृष्ण कुमार सिंह ने कहा कि छात्रों की शिकायतें जायज हैं और प्रशासन ने इस पर संज्ञान लिया है। उन्होंने बताया कि होली के दिन हुई घटना में बाहरी तत्व शामिल थे, जिनके खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की और कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि जल्द ही सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा और बाहरी दुकानों को हटाने पर विचार किया जाएगा, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

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