जिस पत्नी के क़त्ल का इल्ज़ाम अपने सर पर लिए सुरेश ने काटी 2 साल जेल, वह अपने आशिक के साथ कर रही थी मौज, चौक उठी पुलिस भी जब हुआ मामले का खुलासा


तारिक खान
डेस्क: कर्नाटक के कोडागू जिले से पांच साल पहले हुई एक महिला की हत्या के मामले में हैरान करने वाला खुलासा हुआ है। यह मामला किसी सस्पेंस, हॉरर, थ्रिलर और रोमांटिक फिल्म से कम नहीं है। पुलिस के मुताबिक, पांच साल पहले एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी थी, जिसके लिए वह पिछले 2 सालों से जेल में बंद था। इस पूरा मामले में एक नया टर्न उस समय सामने आया है, जब पत्नी को एक होटल में अपने प्रेमी के साथ देखा गया।
कोडगु जिले के बसावानहल्ली गांव के आदिवासी समुदाय के एक युवक सुरेश ने लगभग 18 साल पहले मल्लिगे नाम की एक महिला से शादी की थी। दंपती के दो बच्चे हैं। हालांकि, नवंबर 2020 में उनकी पत्नी मल्लिगे अचानक लापता हो गईं। इसलिए सुरेश ने कुशालनगर ग्रामीण पुलिस स्टेशन में इस संबंध में एक शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कई दिनों तक महिला की तलाश की, लेकिन वे जैस्मीन को नहीं ढूंढ सके। इस मामले में पति सुरेश को पता था कि उसकी पत्नी के गणेश नाम के एक व्यक्ति के साथ अवैध थे और वह उसी के साथ भागी है। इसी बीच जून 2021 के तीसरे सप्ताह में पुलिस की एक टीम प्राइवेट कार से कुशलनगर पहुंची।
ये पुलिसकर्मी मैसूर जिले के पेरियापटना तालुका के बेट्टादपुरा पुलिस स्टेशन से आए थे। वह सुरेश को जबरन बेट्टादपुरा ले गए और उससे कहा कि वहां एक महिला का शव मिला है और वह उसकी पहचान कर ले। बेट्टादपुरा पहुंचकर पुलिस ने सुरेश को एक महिला की साड़ी, स्कर्ट, अंडरवियर और चप्पलें दिखाई और कहा ये कि क्या यह आपकी पत्नी की हैं। तुमने हत्या की है, इसे स्वीकार करो। पुलिस ने सुरेश के पर हत्या करने के लिए दबाव बनाया। इसी मामले में सुरेश के खिलाफ 18 जुलाई 2021 को बेट्टादपुरा थाने में भी मामला दर्ज किया गया था और बाद में उसे जेल भेज दिया गया। जेल में बंद सुरेश को मैसूर के एक वकील पांडु पुजारी से मदद मिलती है।
जनवरी 2022 में, वकील के अनुरोध पर मल्लिगे के अवशेष और उसकी मां के ब्लड सैंपल लेकर डीएनए जांच के लिए भेजे गए। इसके बाद डीएनए रिपोर्ट में हैरान करने वाला खुला हुआ।रिपोर्ट में सामने आया है कि शव सुरेश की पत्नी मल्लिगे का नहीं बल्कि किसी और महिला का था। इसके बाद पुलिस ने उसे करीब 2 साल बाद जेल से छोड़ दिया। इसके बाद वकील पांडू ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जिसके बाद सुरेश को साल 2024 में जमानत पर रिहा किया गया।
इतना सब होने के बाद सुरेश ने पुलिस से दोबारा शिकायत की है और कहा है कि उसने हत्या नहीं की है और पुलिस को उसकी पत्नी को ढूंढना चाहिए। हालांकि, सुरेश के वकीलों का आरोप है कि शिकायत के बाद भी पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। इसी बीच सुरेश और उसके दोस्तों को पता चला कि उसकी पत्नी मल्लिगे जिंदा है और वह मडिकेरी के होटल में नाश्ता कर रही है।इस बाद सुरेश ने मामले की सच सामने लाने के लिए दोस्तों और मदिकेरी पुलिस की मदद ली।
इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सुरेश की पत्नी मल्लिगे को उसके प्रेमी के साथ दबोच लिया। पुलिस की पूछताछ में मल्लिगे ने बताया कि वह अपने प्रेमी गणेश के साथ विराजपेट के तिशेट्टीगेरी गांव में रह रही थी। कोर्ट ने इस मामले में जांच अधिकारी सहित कई वरिष्ठ पुलिस के अधिकारियों को बुलाया है, जिन्होंने अपनी जांच कार्रवाई ठीक से नहीं की थी। साथ ही शव को लेकर गलत दावा किया था। इस कारण की घटना ने पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पत्नी आराम से अपने प्रेमी के साथ घूमती रही थी। वहीं, निर्दोष पति 2 साल ऐसा जुर्म की सजा काटता रहा, जो कभी हुआ भी नहीं था।